शेखर कपूर ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा है, "जब मनमो हन सिंह से पूछा गया कि वह मज़बूत और कड़े फैसले क्यों नहीं ले पाए तो उन्होंने कहा, ''गठबंधन की राजनीति की यही प्रकृति होती है', लोकतंत्र एक स्वस्थ और जीवं त विपक्ष से मज़बूत होता है और कमज़ोर गठबंधन की राजनीति से कमज़ोर होता है. भारत को एक मज़बूत केंद्रीय सरकार की ज़रूरत है." सोशल मीडिया पर शेखर कपूर के इस बयान को मोदी के समर्थन में देखा जा रहा है. इसकी एक वजह यह है कि बीजेपी ने अपने चुनाव प्रचार में ख़ुद को एक मज़बूत सरकार के रूप में प्रचारित किया है और मतदाताओं से इस वजह को ध्यान में रखते हुए वोट डालने की अपील की है. लेकिन शेखर कपूर के इस बयान पर कु छ लोग विरोध जता रहे हैं तो कुछ उनके समर्थन में बातें कर रहे हैं. फ़िल्म निर्माता सिद्धार्थ बासु ने शेखर कपूर को उनके ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा है, "शेखर, क्या आप ये बात गंभीरता से कह रहे हैं? बीते पांच सालों में मज़ बूत और केंद्रीकृत सरकार से क्या हासिल हुआ? जो वादे किए गए थे उन्हें पूरा करने में ये सरकार विफल रही, कुछ सख़् त कदम उठाए